भारत में खेल प्रतियोगिताएं Sports Competitions in India

भारत में खेल प्रतियोगिताएं

राष्ट्रीय खेल :

  • भारत में वर्ष 1924 से राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ हुआ।
    • प्रत्येक 2 वर्ष के पश्चात् राष्ट्रीय खेलों को आयोजित किया जाता है। इन खेलों की भारतीय ओलंपिक खेल के नाम से भी जाना जाता है।
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    • हैदराबाद में 1979 में इस श्रृंखला का 25वाँ आयोजन हुआ। तत्पश्चात् वर्ष 1985 में नई दिल्ली में नई श्रृंखला के अंतर्गत राष्ट्रीय खेलों को प्रारंभ किया गया और इन्हें ही प्रथम राष्ट्रीय खेल माना गया।

35वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन केरल में (2015) में किया गया।

  • 35वें राष्ट्रीय खेलों में 35 खेल शामिल किये गए थे।
    • इनमें “ याचिंग” खेल को प्रथम बार शामिल किया गया था।
    • 35वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 4 वर्ष के बाद किया गया, इससे पूर्व 2011 में झारखंड में 34वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया था।
    • 35वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन केरल राज्य में नवनिर्मित “ग्रीन फील्ड स्टेडियम” में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने किया।
    • 35वें राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर केरल राज्य का राजकीय पक्षी “द ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल” था जिसे अम्मू नाम दिया गया था। Sports Competitions in India

36वें राष्ट्रीय खेल :-

प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया गया।

    उद्देश्य:

  • इन्हें भारतीय एथलीटों, खेल संगठनों आदि के लाभ के लिये आयोजित किया जाता है।
  • यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल के बुनियादी ढाँचे के विकास की आवश्यकता के बारे में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के बीच जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • यह खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिये बड़ी संख्या में युवाओं को आकर्षित करता है।
  • इसका उद्देश्य जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों में खेल संस्कृति को विकसित करना और उन्हें स्वस्थ समाज के निर्माण हेतु खेल के मूल्यों के बारे में शिक्षित करना है।
  • क्षेत्राधिकार: राष्ट्रीय खेलों की अवधि और नियम पूरी तरह से भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकार क्षेत्र में हैं। Sports Competitions in India

36वें राष्ट्रीय खेलों की मुख्य विशेषताएँ :-

  • शुभंकर: 36वें राष्ट्रीय खेलों के लियेआधिकारिक शुभंकर ‘सावज’ (SAVAJ) है। यह खिलाड़ी के व्यक्तित्व के सबसे प्रमुख लक्षणों जैसे- आत्मविश्वास, जोश, प्रेरणा, सफल होने की आंतरिक इच्छा, ध्यान और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित होना अदि पर बल देता है ।
    • गुजराती में सावज- तारनहार (તારણાર) का हिंदी में अर्थ है “उद्धारकर्त्ता”। सााज एशियाई शेर का प्रतिनिधित्व है, जो आज केवल भारत के जंगलों में जीवित हैं। Sports Competitions in India

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